जौनपुर: मानवता की मिसाल पेश करते हुए, जौनपुर की लावारिस शव इंतजामिया कमेटी ने आज एक बार फिर अपना मानवीय कर्तव्य निभाया। शाहगंज रेलवे ट्रैक से प्राप्त हुए एक नौजवान के 157वें लावारिश मुस्लिम शव को कमेटी ने पूरी मुस्लिम रीति-रिवाजों के साथ हज़रत हमज़ा चिश्ती स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया। यह घटना जिले में लावारिस शवों के सम्मानजनक अंतिम संस्कार को सुनिश्चित करने के लिए कमेटी के अथक प्रयासों को उजागर करती है।

शाहगंज पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह शव शाहगंज-आजमगढ़ रेलवे ट्रैक पर पाया गया था। मृतक की उम्र लगभग 26 या 27 वर्ष प्रतीत हो रही थी, और उसके हुलिए से वह एक नौजवान लग रहा था। आवश्यक पोस्टमार्टम प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद, पुलिस विभाग ने शव को लावारिस शव इंतजामिया कमेटी को सौंप दिया। कमेटी ने तत्परता दिखाते हुए, नमाज़-ए-जनाज़ा का आयोजन किया, जिसे अजहर हाफ़िज़ ने अदा करवाया, और फिर शव को हमजा चिश्ती कब्रिस्तान में दफन किया गया।
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लावारिस शव इंतजामिया कमेटी के संस्थापक रियाज़ुल हक़ ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से मुस्लिम लावारिस शवों को दफन करने का यह सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में, यह 157वां शव था जिसे कमेटी ने सम्मानपूर्वक दफन करवाया। यह आंकड़ा कमेटी के निस्वार्थ सेवा भाव और समाज के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है, खासकर ऐसे समय में जब लावारिस शवों का अंतिम संस्कार एक बड़ी चुनौती बन जाता है।

Author: fastblitz24



