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दलित परिवार के तीन सदस्यों की निर्मम हत्या की जानकारी लेने पहुंचे डीआईजी और आईजी,दिए त्वरित कार्रवाई के निर्देश

जौनपुर: जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र के नेवादा बाईपास पर सोमवार सुबह संज्ञान में आई दिल दहला देने वाली घटना की सूचना पर पुलिस प्रशासन चौखट करना हो गया। यह मामला दलित वर्ग से जुड़ा होने के कारण पुलिस प्रशासन पर जल्द से जल्द पर्दाफाश करने का दबाव है।

इस तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। वाराणसी जोन के पुलिस महानिरीक्षक (I.G.) पीयूष मोर्डिया और पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) वैभव कृष्ण ने पुलिस अधीक्षक के साथ घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने इस गंभीर मामले पर गहन विचार-विमर्श किया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करते हुए जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी का प्रयास करने को कहा।

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि तीनों मृतकों के सिर पर किसी भारी एवं कठोर वस्तु से वार किया गया था, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को घटनास्थल से चार मोबाइल फोन, एक हथौड़े जैसा औजार और सीसीटीवी सिस्टम का डीवीआर (जो चाबी से खोला गया प्रतीत होता है) बरामद हुआ है। इससे आशंका जताई जा रही है कि आरोपी ने घटना को अंजाम देने के बाद साक्ष्य मिटाने की कोशिश भी की है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, जांच और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल कई टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल डेटा और अन्य तकनीकी पहलुओं की भी गहन जांच कर रही है ताकि इस सनसनीखेज हत्याकांड का शीघ्र खुलासा हो सके। जौनपुर में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना से स्थानीय लोगों में भय का माहौल है, वहीं पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा करने का दावा कर रही है

हत्याकांड में एक ही परिवार के तीन सदस्यों – प्रतिष्ठान के मालिक गुड्डू कुमार गौतम, उनके पिता लालजी गौतम, और छोटे भाई यादवीर गौतम – की नृशंस हत्या से पूरे जिले में सनसनी फैल गई।

परिवार का दर्द: ‘माथे का सिंदूर मिट गया, अब कोई सहारा नहीं’

इस हृदय विदारक घटना से मृतक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतक लालजी की पत्नी प्रभावती और बहू सरिता देवी (गुड्डू की पत्नी) गहरे सदमे में हैं। उन्होंने दर्द भरी आवाज में कहा कि “सास और बहू के माथे का सिंदूर एक साथ मिट गया है, अब उनका कोई भी सहारा नहीं रहा।”

गुड्डू की पत्नी सरिता का सदमा और भी गहरा है, क्योंकि उनके दो छोटे बच्चे – अभि (5 वर्ष) और आर्यन (2 वर्ष) – अब बेसहारा हो गए हैं। परिवार के लिए यह वज्रपात जैसा है, क्योंकि गुड्डू का तीसरा बेटा जिलाजीत पहले से ही जेल में बंद है। पूरे परिवार पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में मातम और सन्नाटा पसरा हुआ है, हर कोई इस अकल्पनीय त्रासदी से स्तब्ध है।

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Author: fastblitz24

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