जौनपुर: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की मा. सदस्या श्रीमती गीता बिन्द ने आज जौनपुर में महिला उत्पीड़न की रोकथाम और पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया और जनसुनवाई की। आवेदकों और आवेदिकाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण संस्थानों का दौरा किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अपने दौरे की शुरुआत में मा. सदस्या श्रीमती गीता बिन्द सिद्दीकपुर स्थित सेंट पैट्रिक स्कूल पहुंचीं। वहां उन्होंने विद्यालय की बालिकाओं, अध्यापिकाओं और प्रधानाचार्य के साथ बालिकाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर विस्तृत बातचीत की और उन्हें जागरूक किया।

इसके पश्चात, मा. सदस्या ने जनसुनवाई कक्ष में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र के साथ महिला संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की।
श्रीमती गीता बिन्द ने करंजाकला ब्लॉक परिषद में स्थापित वन स्टॉप सेंटर का भी निरीक्षण किया और प्रभारी सेंटर मैनेजर को बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अपने निरीक्षण क्रम में मा. सदस्या उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय भी गईं। वहां उन्होंने पंजीकरण कक्ष में मरीजों से बातचीत कर मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। मा. सदस्या ने ओपीडी कक्ष, पैथोलॉजी, पंजीकरण कक्ष, दवाओं की उपलब्धता सहित विभिन्न वार्डों का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मरीजों को बाहर की दवाएं न लिखी जाएं और मेडिकल कॉलेज में मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करते हुए उनके बैठने और पीने के पानी आदि की समुचित व्यवस्था की जाए।
जिला कारागार का निरीक्षण भी मा. सदस्या के आज के दौरे का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। उन्होंने कारागार में महिला बंदियों से संवाद कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने महिला बंदियों से किसी भी गंभीर बीमारी की समस्या के बारे में पूछा और उन्हें उपलब्ध कराए जा रहे भोजन, नाश्ते आदि के बारे में भी जानकारी ली। मा. सदस्या ने बंदियों की नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देश दिए।
विकास खंड सोधी के सभागार में महिला जनसुनवाई एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और महिला ग्राम प्रधानों के साथ एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान कुल 04 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिन पर मा. सदस्या ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। महिलाओं से संवाद के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, जैसे उ.प्र. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, स्पॉन्सरशिप योजना, उ.प्र. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और पति की मृत्यु के बाद निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव यादव ने जननी सुरक्षा योजना के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपजिलाधिकारी अर्चना ओझा, सीएमएस मेडिकल कॉलेज डॉ. जाफरी, जिला प्रोबेशन अधिकारी विजय पांडेय, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज रुचिरा सेठी, महिला थानाध्यक्ष श्यामा तिवारी, महिला एवं बाल सम्मान प्रकोष्ठ की प्रभारी इंस्पेक्टर अनीता सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी चंदन राय सहित अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Author: fastblitz24



