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जौनपुर में महाराणा प्रताप जयंती पर मेधावियों का सम्मान

जौनपुरशूरवीर महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट प्रेक्षागृह में राजपूत सेवा समिति द्वारा प्रशासनिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों के साथ-साथ प्रतिभाशाली राजपूत युवाओं को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने मेधावियों को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा मिलती है। वे एक ऐसे राष्ट्र पुरुष थे जिन्होंने कभी थकान या हार स्वीकार नहीं की और राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधकर आताताइयों के खिलाफ एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया, जो हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय है। उनका अनुसरण करना हम सभी के लिए गौरव की बात है।

पर्यटन मंत्री ने उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों की बात करते हुए कहा कि जौनपुर जिले का इस क्षेत्र में पहले से ही गौरवशाली इतिहास रहा है। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकारी जौनपुर से हैं। जौनपुर हर क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि देश में दो प्रकार की शक्तियाँ काम कर रही हैं। एक ऐसी शक्ति है जो राष्ट्र को ताकतवर बनाने के साथ-साथ एकता के सूत्र में पिरोने का काम कर रही है, हर धर्म और समाज को सम्मान देकर देश को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, विश्व की महान शक्ति बनाने के लिए और विकसित भारत बनाने के लिए पूरी तरह से संकल्पित है। दूसरी तरफ वे लोग हैं जो चित्तौड़ के राष्ट्र नायकों को संसद में गाली दिलवाकर हम सबका अपमान करवाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक क्षत्रिय मजबूत हैं, तब तक भारत राष्ट्र को दुनिया की कोई ताकत कमजोर नहीं कर सकती। हमारा त्याग, बलिदान, संघर्ष और चरित्र अद्वितीय है। क्षत्रियों ने सदैव ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया है और सामाजिक समरसता का प्रसार किया है।

महाराष्ट्र सरकार के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रशासनिक अधिकारी जौनपुर ने दिए हैं और आज मेधावियों को सम्मानित करके राजपूत समाज गौरवान्वित हो रहा है। आज महाराणा प्रताप की जयंती पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को साधुवाद देता हूं कि उन्होंने जो कहा था कि ‘छेड़ोगे तो छोड़ूंगा नहीं’, और छेड़ने के बाद क्या हो रहा है, आज पूरा देश देख रहा है। आदरणीय प्रधानमंत्री के निर्देशन में हमारी भारतीय सेना ने जिस ढंग से ‘सिंदूर’ का मतलब समझाया है, उससे यही कहा जा सकता है कि अभी तो लंका दहन हुआ है, अभी तो रावण बाकी है।

विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह प्रिंसू ने कहा कि महाराणा प्रताप, जिनके अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम की वीरगाथा युगों-युगों तक याद की जाएगी, उनका जीवन राष्ट्र के साथ-साथ लोक कल्याण और समाज के हर उस वर्ग को समर्पित था जो कहीं न कहीं पीड़ित था। उन्होंने राष्ट्र के लिए जान न्योछावर कर दी, पर झुकना नहीं सीखा। उनके जुझारू तेवर को आत्मसात करते हुए आज हमारा देश आगे बढ़ रहा है।

विधायक रमेश सिंह ने कहा कि जो क्षत्रिय समाज पहले अपनी तलवार से अपना इतिहास लिखता था, आज वही समाज कलम से इतिहास लिखकर जौनपुर का इतिहास बनाने का काम कर रहा है। जो पराक्रम और आदर्श महाराणा प्रताप ने हम लोगों को दिए, आज उन्हीं आदर्शों पर चलकर हम इस समाज को और कैसे सशक्त करें, यह चिंता करने की जरूरत है।

जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि पूरा राष्ट्र एक साथ एक स्वर में मिलकर महाराणा प्रताप की जयंती मना रहा है। उनका आदर्श किसी जाति या कौम के प्रति अहंकारपूर्ण भाव को लेकर आगे बढ़ने का नहीं था। उन्होंने कहा कि जनपद के विकास के लिए प्रत्येक जाति और धर्म के लोगों को पात्रता के आधार पर योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं और कार्य करते रहेंगे।

पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने लोगों से अपील की कि केंद्र सरकार से उन्हें कई निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर कोई ऐसी चीज साझा न करने का आग्रह किया जिससे आम स्रोतों की गतिविधियों और आंतरिक सुरक्षा से संबंधित तैयारियों की सूचना किसी भी प्रकार से दुश्मन को मिले। उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने के लिए साइबर युद्ध भी शुरू है, इसलिए किसी भी अप्रमाणिक सूचना को सोशल मीडिया पर साझा न करें। पूर्व विधायक डॉ. हरेंद्र प्रताप सिंह ने भी महाराणा प्रताप की शूरवीरता और वीरता पर अपना संबोधन दिया। समिति के सदस्य ओम प्रकाश सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए समिति के गठन और समाज में किए जा रहे अच्छे कार्यों के बारे में जानकारी दी।

अतिथियों ने सिविल सेवा परीक्षा में 78वीं रैंक हासिल करने वाले डुहिया, डेमा, बदलापुर निवासी मेधावी अभिषेक सिंह, खलीलपुर निवासी मेधावी प्रशांत सिंह, भूपतिपट्टी गांव निवासी गौतम सिंह, कुद्दूपुर गांव निवासी शिवम सिंह, जलालपुर ग्राम निवासी साखी सिंह और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व पुलिस अधीक्षक डॉ. राममोहन सिंह को शॉल व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। आल्हा सम्राट फौजदार सिंह ने वीर रस में आल्हा सुनाकर सभी को रोमांचित कर दिया। दीप प्रज्वलित कर अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरुआत की। छात्रों द्वारा महाराणा प्रताप के शौर्य पर शानदार कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों ने कलीचा बाद तिराहे पर स्थापित महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

अध्यक्षता कुंवर जय सिंह बाबा, संचालन राजेश सिंह और आभार डॉ. बीबी नबाब ने ज्ञापित किया।

इस अवसर पर अधिवक्ता दुष्यंत सिंह, सूर्य प्रकाश सिंह मुन्ना, शशि मोहन सिंह क्षेम, ब्लॉक प्रमुख सत्येंद्र सिंह फंटू, ब्लॉक प्रमुख राहुल सिंह, पूर्व प्रमुख विनय सिंह व सजल सिंह, विवेक सिंह राजा, रत्नाकर सिंह, प्रदीप सिंह सफायर, कुंवर रवींद्र प्रताप सिंह, अजीत सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ. आलोक सिंह, सर्वेश सिंह, सुरेन्द्र बीर विक्रम बहादुर सिंह, वीरेंद्र सिंह, कारिया सिंह, शशि सिंह, शरद सिंह, अभय सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

 

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Author: fastblitz24

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