जौनपुर: मंगलवार को पुलिस टीम ने हत्या की एक जघन्य वारदात का मात्र 30 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए, इस घटना में शामिल तीन आरपी- एक महिला और उसके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।

यह मामला तब सामने आया जब अवनीश कुमार यादव पुत्र स्वर्गीय रामकृपाल यादव, निवासी गभिरन (मैरवा) थाना खुटहन, जौनपुर ने एक लिखित तहरीर दी। तहरीर में बताया गया कि आरोपी द्वारा उधार का पैसा मांगने पर मना करने और विवाद के दौरान उनके पिता रामकृपाल यादव की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद, शव को छिपाने के उद्देश्य से रेड चिल्ली रेस्टोरेंट के सामने नाले के किनारे फेंक दिया गया था। इस संबंध में थाना लाइन बाजार में संबंध धाराओं के तहत 1. लक्ष्मी पत्नी किशन लाल मौर्या, 2. सोनू मौर्या और 3. सुनील मौर्या पुत्रगण किशन लाल मौर्या, निवासीगण सिंगरामऊ, थाना सिंगरामऊ, जनपद जौनपुर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था।
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मंगलवार को थाना लाइन बाजार पुलिस टीम ने मुखबिर की सटीक सूचना पर कलीचाबाद तिराहा के पास से तीनों वांछित अभियुक्तों – सोनू मौर्या, सुनील मौर्या और अभियुक्ता लक्ष्मी मौर्या को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद जब अभियुक्ता लक्ष्मी मौर्या से पूछताछ की गई, तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि उसके पति पैर से विकलांग हैं और घर का खर्च चलाने के लिए वह जौनपुर शहर आ गई थी। यहीं उसका परिचय रामकृपाल यादव से हुआ और दोनों में मित्रता हो गई। मित्रता के चलते लक्ष्मी ने रामकृपाल से कुछ पैसे उधार लिए थे।
लक्ष्मी ने आगे बताया कि 31 मई 2025 को रामकृपाल उसके घर अपने पैसे वापस मांगने आए थे, जिस दौरान उनके बीच विवाद हो गया। उस समय लक्ष्मी के बेटे, सुनील और सोनू, भी घर पर मौजूद थे। विवाद के दौरान ही रामकृपाल की मौत हो गई। लक्ष्मी और उसके बेटे डर गए और रात के अंधेरे में रामकृपाल के शव को एक स्कूटी पर बैठाकर जेसीस चौराहे के पास नाले के किनारे फेंक दिया। जब उन्हें पता चला कि रामकृपाल के बेटे ने मुकदमा दर्ज करा दिया है, तो वे छिप गए। लक्ष्मी ने बताया कि वे अपने बच्चों के साथ अपने गांव जा रहे थे, जहां से उनका सूरत भागने का प्लान था, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

Author: fastblitz24



