ऑपरेशन सिंदूर: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का दौरा किया, जहां उन्होंने नौसेना कर्मियों से बातचीत की और उनकी वीरता व समर्पण की सराहना की। गोवा के तट पर स्थित इस शक्तिशाली पोत पर राजनाथ सिंह की उपस्थिति ने न केवल भारत की आत्मनिर्भर रक्षा क्षमताओं को रेखांकित किया, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान को एक स्पष्ट और कड़ी चेतावनी भी दी। यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब भारत हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी रणनीतिक भूमिका को लगातार मजबूत कर रहा है।

आईएनएस विक्रांत पर नौसेना कर्मियों से बातचीत के दौरान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद से निपटने के लिए ऐसे तरीकों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकेगा जिनकी पाकिस्तान कल्पना भी नहीं कर सकता। सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान खतरों को बेअसर करने में नौसेना की भूमिका की भी सराहना की और उनकी परिचालन तत्परता की समीक्षा की। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में नौसेना की सतर्कता और प्रभुत्व पर भी जोर दिया, जो इस महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्र में भारत की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है।
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2022 में भारतीय नौसेना में शामिल हुआ आईएनएस विक्रांत, भारत के आत्मनिर्भर रक्षा क्षेत्र के लक्ष्य का एक प्रमुख प्रतीक है। इस पोत की तैनाती को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत की नौसैनिक क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। ‘मेड-इन-इंडिया’ विमानवाहक पोत अपनी मारक क्षमता को और बढ़ाने के लिए राफेल मरीन (M) लड़ाकू जेट के शामिल होने के लिए तैयार है, जो वर्तमान मिग-29के बेड़े का पूरक होगा। राजनाथ सिंह की यह यात्रा तब हुई है जब भारत हिंद महासागर में बढ़ते रणनीतिक हितों के बीच एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में अपनी भूमिका पर जोर दे रहा है।

Author: fastblitz24



