जौनपुर: (मछलीशहर) स्थानीय तहसील परिसर में आज एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब एक वादकारी ने तहसीलदार न्यायालय के सामने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। हालांकि, अधिवक्ताओं की त्वरित कार्रवाई से उसकी जान बचा ली गई। आत्मदाह के प्रयास के आरोपी को कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
जानकारी के अनुसार, मछलीशहर तहसील क्षेत्र के फिरोजपुर (मधुपुर) निवासी ओम प्रकाश गिरी अपनी पत्नी के साथ तहसीलदार न्यायालय में दाखिल खारिज के एक लंबित मुकदमे की पैरवी करने आए थे। इसी दौरान, अचानक उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।

ओम प्रकाश को आग की लपटों में घिरा देख तहसील परिसर में मौजूद अधिवक्ता तुरंत हरकत में आए और उन्होंने तत्परता दिखाते हुए आग बुझा दी। अधिवक्ताओं की इस बहादुरी और सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया।
घटना की सूचना मिलते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार सौरभ ने क्षेत्राधिकारी प्रतिमा वर्मा और प्रभारी निरीक्षक विनीत राय को मौके पर बुलाया। पुलिस ने तत्काल ओम प्रकाश को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में ओम प्रकाश ने आरोप लगाया कि मधुपुर निवासी समर बहादुर पटेल ने धोखे से उनकी जमीन 5 मार्च, 2025 को अपने नाम रजिस्ट्री करा ली और जमीन के बदले दिया गया चेक भी छीन लिया। उनका यह भी आरोप है कि उन्हें जमीन की एवज में आज तक एक पैसा भी नहीं मिला है, जबकि समर बहादुर पटेल ने तहसीलदार न्यायालय से बैनामे का दाखिल खारिज भी करा लिया है।
पीड़ित ओम प्रकाश ने बताया कि उन्होंने तहसीलदार न्यायालय में इस दाखिल खारिज के खिलाफ आपत्ति दाखिल की है और इसी मुकदमे की पैरवी के लिए वे अपनी पत्नी के साथ तहसील आए थे। उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री और उच्च अधिकारियों को भी शिकायती पत्र भेजा जा चुका है।
फिलहाल, पुलिस हिरासत में लेकर ओम प्रकाश से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर रही है, जबकि तहसील परिसर में इस घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। अधिवक्ताओं की सजगता और त्वरित कार्रवाई की हर कोई सराहना कर रहा है।

Author: fastblitz24



