जौनपुर: स्थानीय पुलिस लाइन में कल नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) और संबंधित अन्य निकायों द्वारा एक महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी संभावित आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था।

जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आयोजित इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस के स्वयंसेवकों के साथ-साथ पुलिसकर्मी, सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हुए। ड्रिल के दौरान पुलिस विभाग की विभिन्न टीमों, फायर ब्रिगेड और सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस पूरी प्रक्रिया का पर्यवेक्षण प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधीक्षक और सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया।
मॉक ड्रिल में विभिन्न प्रकार की संभावित आपदाओं की स्थितियों का अभ्यास किया गया, ताकि किसी भी अप्रिय घटना के समय अंतर-विभागीय समन्वय और सिविल सोसाइटी व सिविल डिफेंस के बीच सहयोग की प्रभावशीलता का आकलन किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करना है।
पूर्व सैनिकों का सहयोग नागरिक सुरक्षा को देगा नई मजबूती


इस अवसर पर अखिल भारतीय भूतपूर्व सैनिक संगठन, जौनपुर ने भी नागरिक सुरक्षा की इस पहल में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने की पेशकश की। संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ० राजेश कुमार ने बताया कि सेना, नौसेना और वायुसेना के अनुभवी सदस्यों वाला उनका संगठन हवाई हमले जैसी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सिविल डिफेंस के साथ मिलकर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
संगठन का मानना है कि उनके सदस्यों का सैन्य प्रशिक्षण और अनुशासन नागरिक सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन में अत्यंत उपयोगी साबित हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य भारत सरकार और नागरिक सुरक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर जिले के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। संगठन ने आशा व्यक्त की है कि उनकी सेवाओं का उपयोग करके सिविल डिफेंस को और अधिक प्रभावी और बेहतर बनाया जा सकेगा। संगठन ने जिला प्रशासन से इस पहलू पर विचार करने और सिविल जनमानस को प्रशिक्षित करने के लिए अपने अनुभवों और प्रशिक्षण का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करने का अनुरोध किया है।

Author: fastblitz24



