जौनपुर: भ्रष्टाचार निरोधक (एंटी करप्शन) टीम ने आज जौनपुर में बिजली विभाग के एक लिपिक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम को एक बड़ी सफलता मिली है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विजिलेंस विभाग की टीम ने मंगलवार दोपहर लगभग 3:00 बजे कोतवाली थाना क्षेत्र के अहियापुर स्थित पावर हाउस पर अपना जाल बिछाया। यह कार्रवाई एक शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की गई।

शिकायतकर्ता के अनुसार, विजिलेंस टीम ने ₹5000 के नोटों पर विशेष केमिकल लगाया और उसे लाइनमैन के माध्यम से लिपिक तक पहुंचाया। जैसे ही लिपिक ने रिश्वत की रकम गिनकर रखी, उसी समय एंटी करप्शन टीम ने उसे धर दबोचा। टीम ने मौके से लिपिक और लाइनमैन दोनों को हिरासत में ले लिया और उन्हें थाना लाइन बाजार ले गई।
लाइन बाजार पुलिस अब विजिलेंस टीम की तहरीर पर इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया में है। इस गिरफ्तारी से बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है और यह कार्रवाई अन्य भ्रष्ट कर्मचारियों के लिए एक कड़ा संदेश साबित हो सकती है।
विजिलेंस टीम की सतर्क कार्रवाई, भ्रष्टाचार पर कसा शिकंजा
एंटी करप्शन टीम की यह कार्रवाई जौनपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस टीम ने त्वरित और प्रभावी ढंग से कार्रवाई करते हुए आरोपी लिपिक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया, जिससे भ्रष्टाचार के मामलों में सबूत जुटाने और दोषियों को सजा दिलाने में मदद मिलेगी।
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इस तरह की कार्रवाइयों से सरकारी विभागों में पारदर्शिता और ईमानदारी बढ़ेगी। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। यह घटना यह भी दर्शाती है कि यदि नागरिक जागरूक रहें और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं तो दोषियों को कानून के शिकंजे में लाया जा सकता है।

Author: fastblitz24



