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आ सकती है बडी मुसीबत, तुरंत करा डालो अपने किराएदारों का सत्यापन

जानिए सत्यापन करने का तरीका 

किरायेदार सत्यापन देश और मकान मालिकों की सुरक्षा हेतु अनिवार्य प्रक्रिया

जौनपुरपाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के केंद्र सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने किरायेदारों का सत्यापन कराने के लिए मकान मालिकों से एक बार फिर अपील की है। हालंकि यह सत्यापन हर मकान मालिक के लिए एक अनिवार्य प्रक्रिया बन चुकी है । जिससे न केवल उनकी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित होती है बल्कि संभावित आर्थिक जोखिमों से भी बचाव होता है। बढ़ते अपराधों और धोखाधड़ी की घटनाओं के बीच किरायेदारों की पृष्ठभूमि की जांच अब आवश्यक हो गई है।लेकिन केंद्र सरकार के आदेश के बादजिन मकान मालिकों ने अभी तक अपनी किरायेदारों का वेरिफिकेशन नहीं कराया है उन्हें इस प्रक्रिया को तत्काल पूरा कर लेना चाहिए नहीं तो किसी दिनउनके लिए यह मुसीबत बन सकती है ।

किरायेदार सत्यापन क्या है?
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें मकान मालिक पुलिस के माध्यम से अपने किरायेदार की पहचान, पृष्ठभूमि और वित्तीय स्थिति की पुष्टि कराता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि किरायेदार किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त नहीं है और समय पर किराया देने में सक्षम है।

सत्यापन के मुख्य तरीके

1. पहचान और पते का प्रमाण:
आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे वैध दस्तावेज़ किरायेदार से प्राप्त किए जाते हैं।

2. पुलिस सत्यापन:
किरायेदार की पृष्ठभूमि की जांच स्थानीय पुलिस स्टेशन में की जाती है। यह प्रक्रिया कई शहरों में ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप्स के माध्यम से भी संभव है।

3. संदर्भ और किराया इतिहास:
पूर्व मकान मालिकों और नियोक्ताओं से जानकारी लेकर किरायेदार की विश्वसनीयता का आकलन किया जाता है।

4. वित्तीय स्थिरता की जांच:
क्रेडिट रिपोर्ट, बैंक स्टेटमेंट और नौकरी के दस्तावेज़ों के माध्यम से किरायेदार की आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है।

आवश्यक दस्तावेज़ों की सूची

पहचान प्रमाण: आधार, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि

पते का प्रमाण: बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट या पूर्व किराया अनुबंध

अन्य दस्तावेज़: पासपोर्ट साइज फोटो, संपत्ति का स्वामित्व प्रमाण, किरायेदारी समझौता

कानूनी जिम्मेदारी और लापरवाही के दंड
यदि मकान मालिक किरायेदार का सत्यापन नहीं कराता और वह किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाया जाता है, तो मकान मालिक को एक वर्ष की सजा या ₹1,000 तक जुर्माना हो सकता है।

किरायेदार सत्यापन के लिए मकान मालिकों को पुलिस से संपर्क कर एक वैध किरायेदारी समझौता तैयार कराना चाहिए। यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस की वेबसाइट https://cctnsup.gov.in/ के माध्यम से भी पूरी की जा सकती है।

किरायेदार सत्यापन केवल एक कानूनी औपचारिकता नहीं, बल्कि मकान मालिकों की सुरक्षा और संपत्ति संरक्षण का महत्वपूर्ण उपाय है लेकिन इस प्रक्रिया कोअपनाकर आप देश विरोधी ताकतो का भी पर्दाफाश कर सकते हैं ।मकान मालिकों को सलाह दी जाती है कि किराया देने से पहले सत्यापन की पूरी प्रक्रिया को गंभीरता से पूरा करें और संबंधित दस्तावेज़ों की प्रतियां सुरक्षित रखे ।

अपने किराएदारों की जानकारी निम्न फार्म पर भरकरऔर उनकी फोटो लगाकर स्थानीय पुलिस को सुपू द करें ।फास्ट ब्लिट्ज द्वारा सुझाया यह प्रपत्र प्रारूप मात्र है।हम इसका वैधानिक होने का दावा नहीं करते

Link of the form to apply tenant verification-

https://uppolice.gov.in/Site-Content/uploaded-content/Web_Page/29_7_2013_16_36_41_verify_tenant_hindi.pdf

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Author: fastblitz24

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