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मजदूर दिवस नहीं, मजबूर दिवस मनाने को मजबूर भारत के श्रमिक: डॉ. अमित

जौनपुर — आजादी के 76 वर्षों बाद भी और केंद्र सरकार के घोषित “अमृत काल” के दौर में भी भारत का श्रमिक वर्ग मजबूरी और शोषण का शिकार है। अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस के अवसर पर समाजवादी मजदूर सभा द्वारा आयोजित “मज़दूर सम्मान समारोह” के दौरान यह बात संगठन के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अमित यादव ने कही। उन्होंने कहा कि यह दिन सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि श्रमिकों के संघर्ष, सम्मान और अधिकार की ऐतिहासिक गूंज है।

समारोह का आयोजन जनपद जौनपुर के शाहगंज रोड स्थित चांद मेडिकल स्टोर और शक्करमंडी चौराहे पर किया गया। प्रातः 8 बजे से ही समाजवादी मजदूर सभा के कार्यकर्ताओं ने श्रमिकों को माला पहनाकर, मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर श्री आनंद पांडे (प्रदेश उपाध्यक्ष) और श्री साहबलाल गौतम (प्रदेश सचिव) विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

“श्रमिक समाज की रीढ़ हैं, पूंजी से पहले श्रम का सम्मान जरूरी है” — डॉ. अमित
अपने संबोधन में डॉ. अमित यादव ने कहा, “हमारे समाज की असली रीढ़ श्रमिक हैं, जो खेत, खदान, फैक्ट्री, निर्माण स्थल और सड़कों पर दिन-रात परिश्रम कर राष्ट्र का निर्माण करते हैं। लेकिन आज भी देश का श्रमिक वर्ग ठेका प्रथा, कॉन्ट्रैक्ट और असंगठित क्षेत्र में शोषण का शिकार है।”

उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारधारा में श्रमिक सर्वोच्च होता है। श्रम का सम्मान, सम्मानजनक मज़दूरी और सामाजिक सुरक्षा हर श्रमिक का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जब तक उत्पादन के साधनों पर कुछ लोगों का एकाधिकार रहेगा, तब तक श्रमिकों को उनका हक नहीं मिल सकता।

“संघर्ष ही रास्ता है, संगठन ही ताकत है”
डॉ. अमित ने कहा कि अब समय है संगठित संघर्ष का, जिससे हम महिला श्रमिकों, बाल श्रमिकों और प्रवासी मज़दूरों के अधिकारों की लड़ाई को एक नई दिशा दे सकें। उन्होंने यह भी कहा कि हम न्यूनतम नहीं, बल्कि जीवन-योग्य मज़दूरी की मांग करेंगे।

समारोह में जिलाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, जिला महासचिव मंजय कन्नौजिया, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद जावेद, विधानसभा अध्यक्ष वीरेंद्र यादव, बबलू यादव, सौरभ यादव, रामू सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

समाजवादी मजदूर सभा द्वारा इस अवसर पर जिन श्रमिकों को सम्मानित किया गया, उनमें मंजूर अली, जितेन्द्र कुमार, अशविन्द, रामसमुझ, संजय यादव, जोगिन्दर कुमार, असलम, गोरख, सुभाष, दिनेश मिश्र, रफीक, रिंकू, अनिल सहित दर्जनों मजदूर शामिल थे।

डॉ. अमित का आह्वान
कार्यक्रम के अंत में डॉ. अमित यादव ने कहा, “आइए, इस मज़दूर दिवस पर हम सब यह शपथ लें कि हम तब तक नहीं थकेंगे, न झुकेंगे जब तक हर हाथ को काम और हर काम को सम्मान नहीं मिलेगा।”

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Author: fastblitz24

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