पिपरौल ग्राम प्रधान पर लगे थे धन के दुरुपयोग और गबन के गंभीर आरोप
जौनपुर:सुइथाकला विकासखंड स्थित पिपरौल ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव को बड़ी राहत मिली है। उनके विरुद्ध जिलाधिकारी के निर्देशन में चल रही सरकारी धन के दुरुपयोग और गबन की जाँच में आरोप सही नहीं पाए गए, जिसके बाद उनके वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारों पर लगी रोक हटा दी गई है।
जाँच का विवरण
पिपरौल ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव के खिलाफ सरकारी धन के दुरुपयोग और गबन के आरोप लगाए गए थे, जिसकी जाँच जिलाधिकारी के आदेश पर चल रही थी। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा प्रस्तुत अंतिम जाँच रिपोर्ट के आधार पर 7 जनवरी 2025 को दोनों पक्षों की सुनवाई की गई। सुनवाई के बाद किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता नहीं पाई गई।
जाँच में आरोप साबित न होने के बाद, जिलाधिकारी ने 10 नवंबर 2023 को दिए गए उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसके तहत ग्राम प्रधान राजेंद्र प्रसाद यादव के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगाई गई थी। अब वे अपने पद के सभी कार्यों का निर्वहन कर सकेंगे।
अधिकारी का बयान
खंड विकास अधिकारी गौरवेंद्र सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के अनुपालन में प्रधान के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारों पर लगी रोक हटा दी गई है।