विधानसभा घेराव के लिए जाने से रोकने की कवायद
जौनपुर।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्तावित विधानसभा घेराव के मद्देनज़र जिले के कई कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों को आधी रात से ही पुलिस प्रशासन ने घरों में नजरबंद कर दिया। शहर कांग्रेस कमेटी के प्रेस नोट के अनुसार, यह कार्रवाई सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के इशारे पर की गई है।
कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर करने और जनता के मुद्दों पर संघर्ष तेज़ करने के लिए विधानसभा घेराव का आह्वान किया था। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की तैयारी के बावजूद प्रदेश सरकार ने दमनकारी नीति अपनाते हुए विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की है।
शहर अध्यक्ष विशाल सिंह हुकुम ने बताया कि रात में अचानक पुलिस ने कई नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया। नजरबंद किए गए नेताओं में युथ कांग्रेस अध्यक्ष संदीप सोनकर, NSUI अध्यक्ष अमन सिन्हा, जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र वीर बहादुर विक्रम सिंह बाबा, जिला महासचिव उस्मान अली, राकेश सिंह डब्बू, पूर्व NSUI अध्यक्ष शशांक राय, आदिल, आरिफ़ खान, शाहनवाज मंज़ूर, अबुजर शेख, और कई अन्य नेता शामिल हैं।
विशाल सिंह हुकुम ने जताया आक्रोश
विशाल सिंह हुकुम ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार पुलिस प्रशासन के सहारे विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा,
“योगी सरकार की दमनकारी नीतियां हमारी आवाज को दबा नहीं सकती। हम किसानों, बेरोजगारों, पिछड़ों और मजलूमों की आवाज को और ताकत से सड़क से सदन तक उठाने का काम करेंगे।”
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस दमनकारी रवैये से सरकार की तानाशाही और असंवेदनशीलता स्पष्ट हो गई है। वे जनता के मुद्दों पर संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराते हैं।