*अनुराग और साहिल हत्याकांड तो है सिर्फ उदाहरण,
*सुलग रहे हैं ऐसे सैकड़ो मामले
*कभी भी दहक सकती है ज्वाला , हो सकती है बड़ी वारदात
जौनपुर।
जनपद के अनुराग यादव और साहिल हत्याकांड से जनपद ही नहीं पूरा प्रदेश दहला हुआ है। दोनों ही मामलों में कहीं ना कहीं नजदीकियों के साथ जमीनी विवाद वजह रहा है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी यह दोनों घटनाएं जनपद में सिर्फ उदाहरण है । ऐसे सैकड़ो जमीनी विवाद अब भी लगातार सुलग रहे हैं। लेकिन शासन प्रशासन अब भी वही गलतियां दोहरा रहा है। यानी उसपर ऐसे मामलों में लगातार अनदेखी, पक्षपात और
आर्थिक दोहन के आरोप लग रहे है।
ऐसा ही एक मामला सुरेरी थाना अंतर्गत ग्राम हरिहरपुर का है। जहां ग्राम समाज की एक जमीन पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में विवाद शुरू होगया। मामले से जुड़े और उक्त ग्राम निवासी अशोक यादव का आरोप है कि उसके घर के दरवाजे की जमीन पर सुनीता यादव पत्नी विजय यादव को जबरन कब्जा दिला दिया गया। इसके लिए उनके नाम का जो पट्टा किया गया वह अवैध है। क्योंकि उनके पास गांव और मुंबई में कई मकान जमीन और फ्लैट है। इस संबंध में दीवानी न्यायालय और हाईकोर्ट में मामले लंबित है।
क्षी अशोक यादव ने बताया उसमें दो शीशम, पांच सागवान, पांच आम, दो नीम समेत कई पेड़ लगे हुए थे इन हरे भरे पेड़ों को नियम के विरुद्ध कटवा दिया गया और पूरी जमीन पर बाउंड्री वॉल खड़ी कर दी गई।
इस पूरे मामले के दौरान दोनों पक्ष में अबतक कई बार वाद विवाद और झड़प हो चुकी है। जिस पर पुलिस ने दोनों पक्षों पर निषेधात्मक कार्यवाही का दावा किया। पुलिस की रिपोर्ट पीड़ित पक्ष के साथ भेदभाव की कहानी खुद कहती है जहां पीड़ित पक्ष अरे पेड़ों को काटे जाने की शिकायत कर रहा है देखिए वीडियो
वहीं पुलिस की रिपोर्ट कुछ और कहानी कहती है. पुलिस विभाग के जांच अधिकारी की रिपोर्ट में उन्हें नहीं मिले देखिए यहपेड़ काटे जाने के कोई निशान नहीं मिले देखिए
इस पूरे प्रकरण में कई बार दोनों पक्षों के बीच कहां सुने और तनाव पैदा हुआ गत 5 नवंबर को
ऐसे ही एक विवाद के दौरान मामले के बाद भी और वीडियो अशोक यादव की पत्नी मीना ने घर में जाकर अपने ऊपर पेट्रोल डाल कर आत्महत्या की कोशिश की।
यह घटना बताती है संतोष की चिंगारी अंदर तक लग रही है और कभी भी किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।