जौनपुर संगठन को प्रदेश से मिली मान्यता और संबद्धता
जौनपुर। जनपद के युवाओं एवं मार्शल आर्ट में रुचि रखने वालों के लिए फिलीपींस की मार्शल आर्ट अर्निस के प्रशिक्षण का मार्ग खुल गया है। उत्तर प्रदेश अर्निस एसोसिएशन ने जौनपुर अर्निस एसोसिएशन को इसके लिए मान्यता और संबद्धता दे दी है।
जिला इकाई की शुक्रवार को हुई बैठक में यह जानकारी संगठन की जनरल सेक्रेटरी नजमें आलम ने दी।
क्या है अर्निस ?
अर्निस को फिलीपींस का राष्ट्रीय खेल है । यह एक मार्शल आर्ट है जिसमें “रक्षा और आक्रमण के लिए प्रहार करने, जोर लगाने और रोकने की तकनीकों के साथ-साथ झूलने और घुमाने की गतिविधियों का उपयोग किया जाता है।” सदियों से पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तांतरित होने के कारण, यह अनुशासन अपने अभ्यासकर्ताओं के कौशल, गति, सटीकता और चपलता को निखारता है।
अर्निस को फिलीपींस मूल निवासियों द्वारा विकसित किया गया था, जो युद्ध और आत्मरक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल करते थे। सरल प्रभाव और धारदार हथियार दोनों को शामिल करते हुए, अर्निस में पारंपरिक रूप से रतन, तलवारें, खंजर और भाले शामिल होते हैं।
अर्निस मुख्य रूप से रक्षात्मक है, जिसमें हाथ से हाथ का मुकाबला, हाथापाई और निरस्त्रीकरण तकनीक शामिल है। हालाँकि, लड़ाई की शैली में तात्कालिक हथियारों के अलावा ब्लेड वाले हथियारों और लाठियों का उपयोग भी शामिल है.
जो हथियार अर्निस में सीखे जा सकते हैं
सिंगल बैटन (सोलो बैस्टन), डबल बैटन (डोबल बैस्टन), चाकू (डागा), घुमावदार चाकू (करम्बिट), बटरफ्लाई नाइफ (बालिसॉन्ग), तलवारें (बोलो/इटक/क्रिस/), स्टाफ( बैंकॉ), पॉकेट स्टिक (डुलो डुलो), चेन (कैडेना), स्टाफ़ (बैंकॉ), और साथ ही साथ तलवार और चाकू (एस्पाडा वाई डागा) इस्तमाल के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
बैठक की अध्यक्षता अख्तर अली की। जिसमे संगठन के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं मार्शल आर्ट के प्रचार प्रसार के विषय में भी चर्चा हुई।
बैठक में सेंट जॉन पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य बी. आर. यादव, मनीष कुमार,कारी असगर, राजा, मनोज कुमार, शानू, राजेश कुमार आज मौजूद रहे ।