जल है जीवन मिशन में लगी ट्रक में मिला भूसे की तरह भरा हुआ मरा गौवंश
सड़क के किनारे लावारिस खड़ी ट्रक से खून बहता देख ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने किया बरामद

जौनपुर। गऊ और गोवंश के प्रति वर्तमान उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की संवेदनाएं किसी से छुपी नहीं है। सत्ता में आते ही योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अवैध रूप से चल रही गोकशी रोकने के लिए इसकी तस्करी और बूचड़खाना खाने पर तमाम बंदिशें लगाई जिसका परिणाम यह हुआ निराश्रित गोवंश विशेष कर बछड़े और असहाय गाय को जनमानस विशेष कर किसानों के लिए मुसीबत बन गए। जिसको लेकर प्रदेश में जमकर राजनीति भी हो रही है इन सब के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने अपने नियमों और इरादों में कोई कमी नहीं की। बल्कि इन निराश्रित गौवंश के पालन पोषण के लिए ब्लॉक स्तर तक पर गौशालाएं बनवाई और उनके जीवन यापन के समुचित प्रबंध कराए।
लेकिन इसी योगीराज में गोतस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। गौ तस्करों की हौसले का नमूना रविवार की सुबह उस समय देखने को मिला, जब सड़क के किनारे खड़ी एक लावारिस ट्रक से बहते खून को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस को दी गई सूचना के अनुसार लावारिस खड़ी ट्रक पर केसरवानी रोड लाइंस अंकित था। साथ ही ट्रक पर चस्पा किए गए कागज पर ‘ सरकारी कार्य हेतु,’ की सूचना अंकित थी. इस सूचना के अनुसार यह ट्रक जल ही जीवन है मिशन के लिए काम पर लगाई गई थी ।
मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रक पर लगे तिरपाल को जैसे ही हटाया तो देखकर हतप्रभ रह गई। ट्रक में ठूंस ठूंस गाय बैल और बछड़े भरे हुए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रक पर लादे हुए गोवंश की संख्या वाहन की सामान्य क्षमता से 5-6 गुनी थी। इतनी अधिक मात्रा में लदे होने और तिरपाल से ढकी होने के कारण ट्रक में मौजूद पशुओं का दम घुट गया पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से ट्रक पर लगे पशुओं को जब नीचे उतरा तो उसमें से सभी दम तोड़ चुके थे।
शुक्रवार शाम लखनऊ में काटा था चालान
फास्ट ब्लिट्ज द्वारा की गई तहकीकात के अनुसार रविवार की सुबह केसरवानी रोड लाइंस की जो आयशर ट्रक पालपुर के समीप लावारिस हालत के बरामद हुई है,
उसका शुक्रवार की शाम लगभग 4:00 बजे पुलिस द्वारा दिए गए निर्देशों की अवहेलना के कारण जनपद लखनऊ में ₹2000 का चालान काटा था।
तहकीकात के अनुसार गोतस्करी में लिप्त ट्रक संख्या यू पी 32 सी एन 8242 के नाम पर दर्ज है। जिसपर वर्तमान में मोहम्मद सईद पुत्र मोहम्मद जहूर मोहिउद्दीनपुर जनपद कौशांबी का नाम अंकित है वह इस वहां का तीसरा मलिक बताया जा रहा है।
पुलिस ने दम तोड़ चुके पशुओं को कब्जे में लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उन्हें जमीन में गडवा दिया।
अनुमान लगाया जा रहा है कि गौवंश से लदा यह वाहन लखनऊ अथवा रायबरेली से चलकर दर्जनों थानों, पुलिस चौकी और पुलिस जांच पिकेट को पार करते हुये जनपद सीमा तक पहुंच तो गया लेकिन आगे की यात्रा में किसी संभावित अड़चन की सूचना के कारण ड्राइवर और क्लीनर पशु तस्करों के साथ वहां लावारिस छोड़कर खिसक गए।

Author: fastblitz24



