जैसे- जैसे जेसीबी और ट्रैक्टर का प्रसार हुआ मिट्टी की खुदाई और ढुलाई का कार्य जो कभी मुख्य रूप से मिट्टी फावड़े से खोदकर भैसे की पीठ पर जूट के बोरे में भरकर किया जाता था वह धीरे-धीरे सिमटता चला गया। मिट्टी की खुदाई और ढुलाई का काम अब पहले की तुलना में बड़े पैमाने पर किया जाता है लेकिन ज्यादातर कार्य जेसीबी और ट्रैक्टर से किया जाता है। परम्परागत रूप यह कार्य करने वाले लोग अब रोजगार की तलाश में दूसरे क्षेत्रों की ओर रुख कर रहे हैं।यह विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी का दृश्य है जहां विकास खंड मुंगराबादशाहपुर के करकोली गांव के श्रमिक जो आज भी परम्परागत रूप से भैसे से मिट्टी ढुलाई का कार्य करते हैं वह काम की तलाश में टहल रहे हैं।उनका कहना है कि जेसीबी और ट्रैक्टर ने निश्चित रूप से उनके लिए काम के अवसर कम कर दिये हैं लेकिन फिर भी गांवों और कस्बों में बहुत से ऐसे स्थान हैं जहां सकरे रास्ते के चलते ट्रैक्टर नहीं जा पाते हैं ऐसी जगहों पर मिट्टी ढुलाई का काम आज भी भैसे से ही किया जाता है। गर्मियों में तीन चार महीने उन्हें अच्छा खासा काम मिल जाता है बारिश में काम कम मिलता है लेकिन इस साल जोरदार बारिश न होने से अगस्त सितम्बर के महीने में भी ठीक-ठाक काम मिल रहा है।