राजधानी में इस साल भी पटाखों पर रहेंगे प्रतिबंध
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में इस साल भी पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू रहेगा। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की ओर से जल्द ही इस संबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने एनसीआर के राज्यों से भी अपने यहां पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की अपील की।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सर्दी के मौसम में पटाखों से होने वाले प्रदूषण के चलते दिल्ली की हवा प्रदूषित हो जाती है। यह प्रदूषण बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत घातक होता है। इसीलिए सभी तरह के पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री (ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफार्म के माध्यम से डिलीवरी समेत) और पटाखों को जलाने पर सरकार द्वारा पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है।
ऐसे लगा दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध
पांच साल पहले शुरुआत हुई पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 अक्तूबर 2018 में केवल ग्रीन पटाखे के निर्माण और बेचने की इजाजत दी थी, लेकिन वर्ष 2019 में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए एक दिसंबर 2020 को एनजीटी ने खराब श्रेणी में होने पर सभी तरह के पटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था। इसी आधार पर डीपीसीसी ने 2021 में पटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। वर्ष 2022 में भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था।
इस संबंध में डीपीसीसी को सभी संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश जारी करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है, उसी प्रकार के एनसीआर के राज्यों में भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, क्योंकि एनसीआर में जलाए गए पटाखों का दुष्प्रभाव भी दिल्ली की हवा पर पड़ता है। इस साल भी पटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए गए हैं।