आगरा। ऑनलाइन विज्ञापन देखकर मोबाइल खरीदने के बहाने लूटने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पहले फर्जी विज्ञापन देखकर उन्हें
ललचवाया यानि पुलिस ने शातिरों को उन्हीं के अंदाज में फंसाया। पहले विक्रेता बनकर ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया। शातिर ग्राहक बनकर आए तो उन्हें दबोच लिया। लूट की दो वारदातों का शुक्रवार को खुलासा हुआ है। एक भगवान टॉकीज फ्लाईओवर और दूसरी डीआईओएस कार्यालय के पास हुई थी।

एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने बताया कि सोहल्ला (सदर) निवासी हितेश यादव और मनीष गुर्जर (कृष्णाकुंज, रोहता) को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एक कार, एक बुलट और चार मोबाइल मिले हैं। एसीपी ने बताया कि शहर में एक ही अंदाज में दो वारदातें हुई थीं।
मोबाइल देखने बुलाया लूटकर भागे पहली घटना न्यू आगरा क्षेत्र में भगवान टॉकीज फ्लाईओवर पर हुई। बीटेक के छात्र आर्यन ने ओएलएक्स पर आईफोन बेचने के लिए विज्ञापन दिया था। दो युवकों ने आर्यन से ग्राहक बनकर संपर्क किया था। उसे मोबाइल देखने के बहाने बुलाया था। मोबाइल लूटकर भाग गए थे। दोनों लुटेरे बुलट से आए थे।
दोनों वारदातों में समानता नजर आई
दूसरी घटना नाई की मंडी क्षेत्र में डीआईओएस कार्यालय के पास हुई थी। सिद्धार्थ कर्दम के साथ भी बुलट सवार दो बदमाशों ने लूट की थी। आमतौर पर लुटेरे बुलट पर नहीं चलते। पुलिस को दोनों वारदातों में समानता नजर आई। सीसीटीवी फुटेज निकाले। तय हो गया कि दोनों वारदातों में आरोपित एक ही हैं। पुलिस ने उसके बाद अपना जाल बिछाया।

Author: fastblitz24



