20 शिखर सम्मेलन से पहले हु इस हरकत के बाद सतर्कता बढी
नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले रविवार को सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) आतंकी संगठन की तरफ से दिल्ली के पांच अलग-अलग मेट्रो स्टेशनों पर देश विरोधी नारे लिखे गए हैं।
अभी यह साफ नहीं हो पाया कि यह नारे किसने लिखे हैं, लेकिन माना जा रहा है कि यह काम एसएफजे समर्थकों का हो सकता है। इन्होंने मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के साथ-साथ देश विरोधी नारे लिखे थे।
सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे)
Sikh for justice kya hai :- दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि हाल के दिनों में पंजाब में विधानसभा के चुनाव संपन्न हो गए हैं। इस दौरान पंजाब के इलेक्शन में एक बार फिर से खालिस्तान संगठन यानी सिख फॉर जस्टिस का नाम काफी तेजी के साथ चर्चा का विषय बना रहा। इस चर्चा के विषय केंद्र में अरविंद केजरीवाल थे जो दिल्ली के सीएम है उनके संबंध इस संगठन के साथ बताई जा रहे हैं। लेकिन उसकी कोई भी अधिकारिक पुष्टि या कानूनी रूप से यह बात साबित नहीं हुआ है कि अरविंद केजरीवाल का इस संगठन के साथ कोई संबंध था। कुछ मीडिया रिपोर्टों की मानें तो अरविंद केजरीवाल का इस संगठन के साथ संबंध था ऐसे में लोगों के मन में भी आ सवाल जरूर आ रहा होगा, कि आखिर में सिख फॉर जस्टिस है क्या? यह किस प्रकार का कार्य करता है? इसकी स्थापना कब हुई थी? और इसकी चर्चा भारत में की हो रही है? अगर आप Sikh for justice kya hai के सभी सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े।
सिख फॉर जस्टिस एक विदेशी संगठन है जिसका स्थापना करने का प्रमुख उद्देश्य पंजाब को खालिस्तानी देश बनाने की है। इस संगठन का हेड क्वार्टर अमेरिका में इसकी स्थापना 2007 में पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ले चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू ने की थी।वहीSFJ का चेहरा है। जो लगातार सुर्खियों में बना रहता है, कुछ दिनों पहले भारत में जब किसान आंदोलन हो रहा था तो उस समय दिल्ली में लाल किले पर इसी संगठन के द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को करवाने की कोशिश की गई थी। लेकिन उनका मिशन असफल हो गया था और जब किसानों ने लाल किले पर चढ़ने की कोशिश की तो इसके पीछे फंडिंग का काम भी इस संगठन के द्वारा ही किया गया था हम आ जाता है। कि इस संगठन का पंजाब के कई ऐसे लोगों के साथ संपर्क है जो चाहते हैं कि पंजाब में फिर से वही दिन आ जाए जो 1984 के दिनों में हुआ करता था ।
हालांकि, रविवार सुबह सूचना मिलने के बाद मेट्रो पुलिस मौके पर पहुंच गई और नारों को मिटा दिया। इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। मेट्रो पुलिस के डीसीपी जी. राम गोपाल नाइक ने बताया कि सुबह 11 बजे नांगलोई थाने में मेट्रो स्टेशनों पर देश विरोधी नारे लिखे जाने की सूचना मिली थी। दिल्ली पुलिस की आतंकी मामलों की विशेषज्ञ यूनिट, स्पेशल सेल सहित अन्य दूसरी यूनिट ने अपने-अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है। अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
ग्रीन लाइन के मेट्रो स्टेशनों पर लिखे नारे ग्रीन लाइन के शिवाजी पार्क, मादीपुर, पश्चिम विहार ईस्ट, महाराजा सूरजमल स्टेडियम और नांगलोई स्टेशनों की दीवारों पर नारे लिखे गए हैं। हरियाणा के पंडित श्रीराम शर्मा और ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेशन की बाहरी दीवारों पर भी कुछ खालिस्तान समर्थक नारे लिखे पाए थे।
स्टेशनों की दीवारों पर जहर उगलने के बाद पन्नू ने जारी किया वीडियो
राजधानी के मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर जहर उगलने के बाद खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के भगोड़े आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कई मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर नारे लिखे नजर आ रहे हैं। उसमें वह जी-20 सम्मेलन का जिक्र करते नजर आ रहा है।
स्टेशनों की दीवारों पर जहर उगलने के बाद पन्नू ने जारी किया वीडियो जारी किए गए कथित वीडियो में मेट्रो स्टेशनों की विकृत दीवारें दिखाई गई। इसमें पन्नू ने वीडियो में कहा, ‘जी-20 देशों जब आप 10 सितंबर को दिल्ली में मिलेंगे, तो हम खालिस्तान जनमत संग्रह का आयोजन कर रहे होंगे। इसके बाद से पन्नू व उसके नेटवर्क को लेकर एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं, क्योंकि कुछ दिन बाद राजधानी में जी-20 सम्मेलन का आयोजन होने वाला है।