प्रयागराज। एक कलियुगी बेटे ने 80 वर्षीय मां को अस्पताल में देखा तो उसके इलाज के लिए चंदा जुटाना शुरू किया। रुपये एकत्र होते ही वह फरार गया। इधर, असहाय बुजुर्ग महिला की सोमवार को इलाज के दौरान सांसें थम गईं। अब पुलिस उसके अंतिम संस्कार के लिए उसके बेटे की तलाश कर रही है। मोबाइल न होने के कारण उससे संपर्क नहीं हो सका। मुट्ठीगंज पुलिस का कहना है कि अगर बेटा नहीं मिला तो पुलिस अंतिम संस्कार कराएगी।
पुलिस के मुताबिक गऊघाट निवासी माया देवी (80) इधर-उधर मांग कर गुजारा करती थी। उसका बेटा मोहित गौड़ सिविल लाइंस में कहीं काम करता था। वह कभी-कभी अपनी मां के पास जाता था। 15 अगस्त को चेकिंग के दौरान मुट्ठीगंज पुलिस को माया देवी बीमार हालत में सड़क किनारे मिली। पुलिस ने बुजुर्ग महिला को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया। अगले दिन कहीं से मोहित को पता चला कि उसकी मां अस्पताल में भर्ती है। पुलिस की मदद से वह अस्पताल पहुंचा और अपनी मां की देखभाल की जिम्मेदारी ली। इलाज के खर्च के लिए वह परेशान था। पुलिस की मानें तो उसने कई लोगों से अपनी मां के इलाज के लिए रुपये की मांग की। चंदा कर रुपये एकत्र होने के बाद वह गायब हो गया।
इधर, सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मां माया देवी ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मुट्ठीगंज से लेकर सिविल लाइंस तक मोहित की तलाश की लेकिन पता नहीं चला। मोहित सामने नहीं आया तो 72 घंटे बाद उसके शव का लावारिस में पोस्टमार्टम कराया जाएगा।