आगरा। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से तीर्थयात्रा पर निकला 90 लोगों का जत्था फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गया। शनिवार को पटना-कोटा एक्सप्रेस से बनारस से मथुरा के लिए निकले जत्थे में शामिल नौ लोग की ट्रेन में तबीयत बिगड़ गई। इनमें महिला समेत दो बुजुर्गों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धमतरी जिले का टूर ऑपरेटर गोपी 14 अगस्त की रात को धमतरी, रायपुर, कांकेर सहित आसपास के 90 तीर्थयात्रियों के दल को लेकर ट्रेन से निकला था। 16 अगस्त को बनारस में काशी विश्वनाथ के दर्शन के बाद जत्था 19 अगस्त को शाम करीब पांच बजे बनारस से पटना-कोटा एक्सप्रेस में मथुरा जंक्शन के लिए रवाना हुआ। बनारस से ट्रेन में चढ़ने से पहले जत्थे के लिए धर्मशाला में रात के भोजन के रूप में चावल और कद्दू की सब्जी बनी थी। ट्रेन में सवार होने के बाद रात करीब नौ बजे लोगों ने खाना खाया। रविवार सुबह ट्रेन में करीब दो दर्जन लोग उल्टी-दस्त की शिकायत करने लगे। सुबह ट्रेन में ही धमतरी निवासी महिला नीताम (66) की मौत हो गई। दोपहर 3.40 बजे ट्रेन आगरा कैंट पहुंची तो गंभीर रामा निषाद की भी मौत हो चुकी थी।