पुत्री के आरोप पर पुलिस ने खोदकर निकाला फिर से पोस्टमार्टम के लिए शव
जौनपुर। कोतवाली क्षेत्र के रिजवी खान मोहल्ला निवासी रिक्शा संचालक असलम की मौत का राज अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा। करीब ढाई महीने के बाद शुक्रवार को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में उसकी लाश कब्र से निकाली गई। अब पोस्टमार्टम कराकर जो रिपोर्ट आएगी उसी के अनुसार कार्रवाई होगी। 50 वर्षीय असलम पुत्र जब्बार निवासी रिजवी खान कोतवाली सदर जौनपुर का कुछ लोगों से विवाद हो गया था। सात अप्रैल 2023 को विवाद हुआ और मारपीट में असलम घायल हो गए थे। एक सप्ताह तक जिला अस्पताल में भर्ती रहने के बाद वह घर गए और कुछ दिन के बाद 15 मई 2023 को अपने बहनाई के यहां गाजीपुर गए थे। वहीं पर उनकी मौत हो गई। परिवार के लोगों का आरोप था कि मारपीट में घायल असलम को सीने में गंभीर चोट आई थी। इस वजह से उनकी मौत हुई है। हालांकि उस दौरान बगैर पोस्टमार्टम कराए ही शव को दफन कर दिया गया था।
पुलिस के अनुसार, असलम की पुत्री आसरा की तहरीर पर जावेद, जावेद की पुत्री रोमा, पत्नी मुरक्शा और पुत्र आकिब के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इसी मामले में शुक्रवार को सिस्टी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह की मौजूदगी में दो महीना 20 दिन के बाद हम्जा चिस्ती दरगाह के सामने स्थित कब्रिस्तान से कब्र खोदकर असलम का शव निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जिले में यह पहली घटना नहीं है अपितु इसके पूर्व भी कई ऐसे मामले रहे जो शव दफन के बाद पोस्टमार्टम कराया गया है। घटना होने के महीनों बाद फिर से कब्र खोदे जाने पर कोतवाली पुलिस शंका के घेरे में आ रही है।