जौनपुर। कैंसर पीडि़ता की शासन से आर्थिक सहायता को लंबित फाइल पर रिपोर्ट के बदले स्वजन से अभद्रता की गई। इसके साथ ही रिश्वत के लिए घर बुलाने का मामला संज्ञान में आते ही आरोपी लेखपाल को एसडीएम शाहगंज ने निलंबित कर दिया। पीडि़ता के परिजन व लेखपाल के बीच हुई बात सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह कार्रवाई हुई। इलाज के लिए विधायक से लिखवाया था सिफारिशी पत्र डीह अशरफाबाद निवासी स्वर्गीय राज बहादुर की कैंसर पीडि़ता सुशीला का इलाज होमी भाभा कैंसर अस्पताल वाराणसी में चल रहा है। आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से पीडि़ता ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज को आर्थिक सहायता के लिए विधायक शाहगंज रमेश सिंह से सिफारिशी पत्र लिखवाया। आरोप है कि पत्र पर रिपोर्ट लगाने के बदले पीडि़ता के पुत्र से लेखपाल महेंद्र सिंह ने फोन पर न सिर्फ अभद्र भाषा में बात की, बल्कि उसे अकेले में मिलने को कहा। पीडि़ता के पुत्र ने इसकी रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इस संबंध में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी शाहगंज शैलेंद्र कुमार ने कहा कि लेखपाल व पीडि़ता के पुत्र के बीच मोबाइल पर हुई बात की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से हुई। इसे गंभीरता से लेते हुए आरोपी लेखपाल के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जा रही है।